कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी शैलजा अभी अभी पहुंची रायपुर, जोरदार स्वागत, रायपुर में कांग्रेस के राष्ट्रीय महाधिवेशन की तैयारियों में जुटी पूरी पार्टी

<em>कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी शैलजा अभी अभी पहुंची रायपुर, जोरदार स्वागत, रायपुर में कांग्रेस के राष्ट्रीय महाधिवेशन की तैयारियों में जुटी पूरी पार्टी</em>



सीजी न्यूज आनलाईन डेस्क, 14 फरवरी। कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा अभी अभी रायपुर पहुंच गईं हैं। वे पार्टी के प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में विभिन्न समितियों की बैठक लेकर तैयारियों की समीक्षा करेंगी। इस दौरान विभिन्न समितियों में शामिल नेताओं के बीच काम का बंटवारा भी किया जाएगा। इस बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी शामिल हो रहे हैं।


प्रदेश प्रभारी के साथ सह प्रभारी सप्तगिरी शंकर उलका भी रायपुर पहुंचे हैं। दोनों नेताओं के स्वागत के लिए प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम सहित तमाम पदाधिकारी हवाई अड्डे पर पहुंचे हुए थे। वहां से सभी को पार्टी मुख्यालय लाया गया है। वहां महाधिवेशन के लिए बनी स्वागत समिति आदि समितियों की बैठक होनी है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने बताया कि एआईसीसी का 85वां अधिवेशन 24 से 26 फरवरी तक रायपुर में प्रस्तावित है। इस अधिवेशन की तैयार जोरों पर है। प्रदेश प्रभारी शैलजा इसकी समीक्षा के लिए आई हैं। तैयारियों के लिए जो कमेटियां बनी है उनकी बैठक भी ली जाएगी। इस बैठक में विभिन्न कमेटियों के कामों का बंटवारा किया जाएगा। अभी तक जो कार्य हुए हैं उसकी समीक्षा की जाएगी।
गौरतलब हो कि आजादी के बाद मध्य भारत के किसी शहर में पहली बार हो रहे कांग्रेस के महाधिवेशन में इतिहास बनने जा रहा है। रायपुर महाधिवेशन में कांग्रेस पार्टी का संविधान बदलेगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अंबिका सोनी की अध्यक्षता में एक आठ सदस्यीय समिति बनाकर उसे यह जिम्मेदारी सौंपी है।
रणदीप सिंह सुरजेवाला इस समिति के संयोजक बनाए गए हैं। इसमें केसी वेणुगोपाल, मुकुल वासनिक, अजय माकन, जीतेंद्र सिंह, अभिषेक मनु सिंघवी, मोहन प्रकाश, दीपा दासमुंशी और डॉ. जी परमेश्वरा को सदस्य के तौर पर शामिल किया गया है।
वरिष्ठ नेता अधिवेशन स्थल का भी जायजा लेंगे। इस अधिवेशन में सीडब्ल्यूसी का चुनाव भी होगा। कांग्रेस में जो अधिवेशन होता है वह लोगों के लिए उत्सुकता का विषय होता है। घर के बुद्धिजीवी लोग बड़ी उत्सुकता से कांग्रेस की ओर देखते हैं। इसमें कांग्रेस वर्किंग कमेटी का भी चुनाव होना है। विभिन्न विभाग के जनरल सेक्रेटरी और संगठनात्मक ढांचे का भी निर्माण होना है।