BIRD FLU नहीं “रानीखेत” की वजह से 🛑 दुर्ग संभाग में मर गईं साढे़ 3 हजार से ज्यादा मुर्गियां, देखें विडियो…
🟫 रिपोर्ट आने के बाद एडवाइजरी जारी, पुणे भेजा गया सैंपल

<em>BIRD FLU नहीं “रानीखेत” की वजह से 🛑 दुर्ग संभाग में मर गईं साढे़ 3 हजार से ज्यादा मुर्गियां, देखें विडियो…</em><br>🟫 <em>रिपोर्ट आने के बाद एडवाइजरी जारी, पुणे भेजा गया सैंपल</em>



सीजी न्यूज आनलाईन डेस्क, 9 फरवरी। दुर्ग संभाग के बालोद जिले में दल्ली राजहरा नगर पालिका अंतर्गत तिवारी पोल्ट्री फार्म में एक साथ 3 हजार 700 मुर्गियों की मौत के मामले में पशुपालन विभाग ने बड़ी जानकारी दी है। मुर्गियों की सैंपल रिपोर्ट में मौत रानीखेत नाम की बीमारी से होना बताया गया है।


अतिरिक्त डायरेक्टर पशुधन विकास विभाग के के ध्रुव ने बताया कि मुर्गियों के सैंपल जांच के लिए रायपुर भेजे गए थे। आई रिपोर्ट से पता चला है कि मुर्गियों की मौत रानीखेत नाम की बीमारी से हुई है न कि बर्ड फ्लू से। बेहतर जांच के लिए महाराष्ट्र के पुणे भी सैंपल भेजा गया है।


रानीखेत एक विषाणुजनित रोग है, जो घरेलू पक्षियों जैसे मुर्गी और कई जंगली प्रजातियों के पक्षियों को भी प्रभावित करता है। इस बीमारी से दो-तीन दिन में ही पक्षी बहुत कमजोर हो जाते हैं। इसमें मृत्यु दर भी अधिक होती है। यही वजह है कि एक साथ इतनी मुर्गियों की मौत हुई है। यह रोग सूक्ष्म विषाणु से बहुत तेजी से फैलता है। संक्रमण पर नियंत्रण और इलाज समय रहते नहीं हो तो रोग महामारी की तरह फैल जाता है। इससे मुर्गी पालकों को बहुत अधिक क्षति होती है।
बताया जा रहा है कि पशुपालन विभाग ने एक एडवाइजरी भी जारी की है जिसे‌ अमल में लाया जाएगा। लक्षण दिखने वाले मुर्गियों को अलग रखने के निर्देश दिए गए हैं ताकि बाकी मुर्गियों में बीमारी न फैले। बीमार शेड में जाने वाले कर्मचारियों को स्वस्थ मुर्गियों के शेड में नहीं जाने के लिए कहा गया है। साथ ही पानी निकासी की व्यवस्था और साफ-सफाई रखने की बात भी कही गई है। जिस पोल्ट्री फार्म में यह घटना घटी है, वहां पर संभाग स्तरीय रैपिड रिस्पॉन्स टीम काम करेगी।
फिलहाल मुर्गियों में रानीखेत बीमारी होने की बात सामने आ रही है लेकिन एडवांस जांच के लिए पुणे (महाराष्ट्र) भी सैंपल भेजा गया है हालांकि ये राहत की बात है कि बर्ड फ्लू की जो आशंका जताई जा रही थी वो गलत साबित हुई है।