बडी़ खबर – हाल ही में पद्मभूषण से सम्मानित वाणी घर में मृत पाई गईं, तलाशी जा रही मौत की वजह

<em>बडी़ खबर – हाल ही में पद्मभूषण से सम्मानित वाणी घर में मृत पाई गईं, तलाशी जा रही मौत की वजह</em>



सीजी न्यूज आनलाईन डेस्क, 4 फरवरी। हाल ही पद्मभूषण से सम्मानित की गईं दक्षिण की मशहूर सिंगर वाणी जयराम का 77 साल की उम्र में निधन हो गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, काफी समय पहले उनके सिर में चोट लगी थी, जिसकी वजह से वे बीमार रहती थीं। आज सुबह वे चेन्नई स्थित अपने घर में मृत पाई गईं हैं। अभी तक उनकी मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है।
बता दें कि वाणी जयराम साउथ की फेमस प्लेबैक सिंगर थीं। 1945 में तमिलनाडु के वैल्लोर में जन्मी वाणी का असली नाम कलैवानी था। वाणी ने अपने करियर में तमिल, तेलुगू, कन्नड़, मलयालम, हिंदी, उर्दू समेत 19 भाषाओं में 10 हजार से ज्यादा गाने गाए। बता दें कि कुछ समय पहले ही वाणी ने अपने करियर के 50 साल पूरे किए थे। वाणी ने बॉलीवुड को भी कई बेहतरीन गाने दिए हैं। साल 1980 में वाणी को मीरा फिल्म के, मेरे तो गिरधर गोपाल गाने के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। गुड्डी फिल्म में उनका गाया बोले रे पपीहरा गीत भी काफी मशहूर हुआ। इसके आलावा साल 1991 में उन्हें संगीत पीठ सम्मान से भी नवाजा, वाणी ये सम्मान पाने वाली सबसे कम उम्र की सिंगर थीं। तब उनकी उम्र 46 साल थी। वाणी ने एमएस इलैयाराजा, आरडी बर्मन, केवी महादेवन, ओपी नैय्यर और मदन मोहन जैसे दिग्गज कंपोजर के साथ काम किया। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत फिल्म स्वपनम से की थी।