अखिल भारतीय अग्रवाल महिला सम्मेलन छत्तीसगढ़ प्रांतीय इकाई द्वारा प्रकृति को सहेजने एवं सवारने का संदेश देते हुए "श्रृंगारित वसुधा पावस की’ कार्यक्रम की मनमोहक प्रस्तुति दी

अखिल भारतीय अग्रवाल महिला सम्मेलन छत्तीसगढ़ प्रांतीय इकाई द्वारा प्रकृति को सहेजने एवं सवारने का संदेश देते हुए "श्रृंगारित वसुधा पावस की’ कार्यक्रम की मनमोहक प्रस्तुति दी


अखिल भारतीय अग्रवाल महिला सम्मेलन छत्तीसगढ़ प्रांतीय इकाई द्वारा प्रकृति को सहेजने एवं सवारने का संदेश देते हुए “श्रृंगारित वसुधा पावस की’ कार्यक्रम की मनमोहक प्रस्तुति दी

भिलाई नगर 8 अगस्त । अखिल भारतीय अग्रवाल महिला सम्मेलन छत्तीसगढ़ प्रान्तीय इकाई द्वारा न्यू खुर्सीपार अग्रसेन भवन में “श्रृंगारित वसुधा पावस की” नामक प्रकृति पर आधारित कार्यक्रम आयोजित किया गया। हॉल की साज सज्जा इस प्रकार की गई मानो प्रकृति ही इस बंद हॉल में उतर आई हो। आसमान में घुमड़ते बादल और उनसे होती वर्षा, खुशी से नाचते मोर, पौधा लगाते बच्चे, पेड़ काटता क्रूर इंसान, स्वच्छता एवं सफाई का संदेश देते लोग, पानी की एक एक बूंद बचाने का संदेश देते सूखे कुएं और नल, सावन की हरियाली में खुशी से एक डाली से दूसरी डाली पर फुदकते बंदर, सब कुछ इतनी खूबसूरती से दर्शाया गया था,जो कि सबका मन मोह लेने के लिए तत्पर था।

कार्यक्रम में अतिथियों के रूप में अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के *प्रदेश के चेयरमैन एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री हनुमान प्रसाद जी अग्रवाल जी, प्रदेश अध्यक्ष श्री संतोष अग्रवाल जी, प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री सतपाल जैन जी, प्रदेश कार्यकारी महामंत्री श्री मुरली अग्रवाल जी, प्रदेश उपमहामंत्री श्री प्रेम चंद अग्रवाल जी, माँ आद्य लक्ष्मी वरदान यात्रा सह संयोजक श्री बिसंभर अग्रवाल जी, महिला सम्मेलन की राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष रूही अग्रवाल जी, राष्ट्रीय मंत्री मीरा अग्रवाल जी, कार्यक्रम की सूत्रधार प्रदेश अध्यक्षा श्रीमती अनिता अग्रवाल जी उपस्थित हुए।

भगवान अग्रसेन जी एवं भारतमाता के तैलचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। अतिथियों का नन्ही पौध से सम्मान किया गया। स्वागत गीत ऋषिका अग्रवाल ने प्रस्तुत किया, स्वागत भाषण एवं कार्यक्रम की भूमिका प्रदेश अध्यक्ष अनिता अग्रवाल ने प्रस्तुत की।

समारोह को संदेशात्मक बनाने के लिये सभी प्रस्तुतियों में भी कुछ न कुछ संदेश था। शुरू में *गणेश वन्दना की गई, उसमे भी प्रकृति से खिलवाड़ न करने का संदेश था, न काटो मुझे बड़ा दुखता है, इस गाने के साथ पेड़ ने अपनी व्यथा सुनाई, भागीरथ द्वारा शिव जी की आराधना कर गंगा को धरा पर लाने का खूबसूरत चित्रण, सावन में पैरों की थिरकन, बेटियों को जन्म लेने देने की पुकार, शर्तो पर होते रिश्ते और फिर टूटते रिश्ते, पानी की कहानी पानी की जुबानी (मुझे व्यर्थ मत बहाओ), भाई बहन के अटूट रिश्ते एवं प्यार को दिखाता रक्षाबंधन का त्यौहार, और फिर अंत मे आजादी के अमृत महोत्सव पर हमारे जाँबाज सिपाहियों की भारत माँ की आन बान शान पर मर मिटने की सौगंध और सीमा पर अपना पराक्रम दिखाती खूबसूरत प्रस्तुति दी गई। इन सबने मिलकर समारोह में चार चांद लगते हुए एक समां बांध दिया।

सभी प्रस्तुतियों में बेमेतरा टीम द्वारा देश भक्ति प्रस्तुति को प्रथम स्थान, खमरिया टीम को शिवरात्रि पर प्रस्तुति के लिये द्वितीय स्थान एवं भिलाई टीम को बेटी बचाओ के लिए तृतीय स्थान प्राप्त हुआ।

सभी प्रतिभागियों को महिला सम्मेलन द्वारा सम्मानित  किया गया। अतिथियों एवं पत्रकार बंधुओं को भी स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया।

 कार्यक्रम का संचालन रितु अग्रवाल एवं आभार प्रदर्शन सरोज अग्रवाल वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष ने किया। कार्यक्रम में प्रदेश पदाधिकारी,  बेमेतरा, खमरिया, दुर्ग, भिलाई, चरोदा, रायपुर, खरोरा, तिल्दा, धमतरी, पेण्ड्रा रोड, सूरजपुर चांपा आदि जगहों से बहने उपस्थित हुईं। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।