महादेव बुक की बालाघाट में ध्वस्त सत्रहवीं ब्रांच से करोडो़ं के लेन-देन का हुआ खुलासा, 30 से 35 लाख की बेटिंग करने वालों की लिस्ट तैयार

<em>महादेव बुक की बालाघाट में ध्वस्त सत्रहवीं ब्रांच से करोडो़ं के लेन-देन का हुआ खुलासा, 30 से 35 लाख की बेटिंग करने वालों की लिस्ट तैयार</em>



🟦 दुबई से ट्रेनिंग लेने वाले सभी पैनलिस्ट पुलिस राडार में-एसपी डाॅ. अभिषेक पल्लव
🛑 भिलाई से फरार चेलानी ब्रदर्स, राज गुप्ता, नानू देवांगन, बाबू केटरर्स, चंद्राकर, रवि उड़िया की सरगर्मी से तलाश
भिलाई नगर, 7 जनवरी। महादेव बुक की ब्रांच 233 को ध्वस्त कर बालाघाट से 7 लोगों को दबोच कर दुर्ग लेकर आई जिला पुलिस को इस अवैध कारोबार में करोडो़ं के लेन देन का खुलासा हुआ है। पुलिस को जानकारी लगी है कि पहले महादेव की 177 नंबर की ब्रांच आरोपी लगभग डेढ़ वर्ष तक संचालित करते रहे, इसके बाद 6 महीने पहले इनके द्वारा 177 को बंद कर 233 से करोड़ों की बेटिंग करवाई जा रही थी। पकड़े गए 7 आरोपियों में 2 सुपेला भिलाई और 5 आरोपी बालाघाट के रहने वाले हैं। पुलिस को इस रेड कार्रवाई में 45 रजिस्टर भी मिले हैं जिसमें बेटिंग करने वाले लोगों के बैंक एकाउंट नंबर सहित अन्य डिटेल्स दर्ज है। इस रजिस्टर में सट्टा लगाने वाले सैकडो़ं लोगों को बाँटी गई आईडी भी लिखी हुई है। एसपी दुर्ग डाॅ अभिषेक पल्लव ने बताया कि इस ब्रांच से पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में जिला पुलिस को कई अहम जानकारियां मिली हैं जिसके आधार पर आनलाईन बेटिंग की अन्य ब्रांचों तक पहुंचने में पुलिस को काफी मदद मिलेगी साथ ही सट्टा लगाने आईडी लेने वालों तक भी पहुंचा जा सकेगा। पुलिस की एक टीम दुबई जाकर आनलाईन सट्टा संचालन की ट्रेनिंग लेने वाले सभी पैनलिस्ट की सूची पर भी काम हो रहा है, अधिकांश आरोपी छत्तीसगढ़ से फरार हो अन्य राज्यों में यह काला कारोबार संचालित कर रहे हैं, सभी पुलिस राडार में हैं और इनको ट्रेस करने टीम लगी हुई है।
एसपी डाॅ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि आरोपियों से जब्त 15 मोबाइल, 3 लैपटॉप से भी काफी सुराग जुटाए जा रहे हैं। एंटी क्राईम सायबर यूनिट एवं थाना भिलाई भट्टी की टीम रजिस्टर, लैपटाप और मोबाईल से अन्य आरोपियों तक पहुंचने डाटा इकट्ठा कर चुकी है। बालाघाट में की गई रेड में भिलाई निवासी नानू देवांगन भागने में सफल रहा है जिसकी सरगर्मी से तलाश जारी है। पुलिस को जानकारी मिली है कि पांच रास्ता सुपेला निवासी नानू देवांगन पूर्व में अवैध शराब बेचने के कार्य में भी लिप्त रहा है। फरार नानू देवांगन द्वारा के लंबे समय से महादेव पैनल ऑपरेट करने की जानकारी मिली है। रेड कार्रवाई के दौरान नानू बुडी़ राम नगर बालाघाट में मौके से फरार हो गया था।
पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों से फरार सुपेला के नानू देवांगन, आकाशगंगा सुपेला के राज गुप्ता, वैशाली नगर निवासी कपडा़ व्यवसायी चेलानी ब्रदर्स कमल चेलानी और कपिल चलानी, दुर्ग निवासी चंद्राकर, भिलाई में एसएसडी केटरर्स का संचालक बाबू, सेक्टर-6 भिलाई निवासी रवि उड़िया के संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है।
पकड़े गए आरोपी शोभित उर्फ विक्की गुप्ता ने पुलिस को बताया कि आकाशगंगा सुपेला में मोबाईल शाॅप संचालक राज गुप्ता ने भिलाई दुर्ग के छः लोगों को चेलानी ब्रदर्स से मिलवाया और इनके बुलावे पर ही सभी लोग 4 महीने पहले सुपेला घड़ी चौक से दुबई ले जाए गए थे। राज गुप्ता के कहने पर इन सभी ने जाकर दूबई में ट्रेनिंग ली और महादेव पैनल लेकर काम शुरू किया था। बालाघाट ब्रांच से पकड़े गए ब्रांच संचालित करने वाले मुख्य आरोपी अंकित मेश्राम ने पुलिस को बताया कि वो राजा भैय्या उर्फ राज गुप्ता के साथ आकाशगंगा सुपेला भिलाई में काम करता था। उसी के कहने पर अंकित ने आनलाईन सट्टे का काम शुरू किया। बालाघाट में उसकी नानी घर है और दूसरा आरोपी आशीष मेश्राम उसका भाई है जो बालाघाट में ही रहता था। आशीष ने ही बालाघाट में ऑन लाईन सट्टा कारोबार के लिए किराये का घर दिलवाया था। बालाघाट में युवकों की भर्ती भी आशीष ही करता था। सभी युवकों को 10 से 15 हजार रुपए के वेतन पर रखा गया था। अंकित ने बताया कि दुर्ग पुलिस के बालाघाट पहुंचने के कुछ देर पहले ही भिलाई सुपेला निवासी नानू देवांगन को फोन आने पर वह मौके से भाग गया। बताया जाता है कि नानू सुपेला भिलाई में पहले जूस बेचने का काम करता था। विक्की ने बताया कि महादेव ऑन लाईन सट्टा का काम करने चार माह पहले 15 से 20 दिन के लिए उन्हें दुबई के विला में ट्रेनिंग दी गयी थी। इस दौरान दुर्ग जिला पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई और राज गुप्ता, कमल चेलानी, कपिल चेलानी की भिलाई से फरारी की बात विक्की और उसके साथ गए युवकों को पता लगी थी। विक्की ने पुलिस को बताया कि इसके वो सभी बहाना बनाकर वापस भारत आ गए थे। जानकारी मिली है कि वैशाली नगर निवासी कपडा़ व्यवसायी कमल चेलानी और कपिल चेलानी फरारी के दौरान ही अपना व्यवसाय बंद कर दुकान बेंच चुके हैं। केटरिंग कारोबारी बाबू के संबंध में भी जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस टीम के अनुसार ये सभी आरोपी ठिकाने बदल कर अब भी आनलाईन बेटिंग पैनल चला रहे हैं। इनके सभी ठिकानों और परिचित लोगों से मिली जानकारी और प्रयोग की गयी पुरानी सिम के आधार पर सायबर टीम इन्हें ट्रेस करने जुटी हुई है। आरोपियों से मिले रजिस्टर में आनलाईन बेटिंग करने वालों तक भी पुलिस पहुंचेगी। इन रजिस्टर्स में ऐसे बडे़ बडे़ सटोरियों का भी खाका मिला है जो हर महीने 30 से 35 लाख की बेटिंग करते रहे हैं। एसपी दुर्ग ने बताया कि अब तक आनलाईन बेटिंग की 17 ब्रांच ध्वस्त की जा चुकी है। बालाघाट की ब्रांच लंबे समय से संचालित की जा रही थी, 25 बडे़ बैंक एकाउंट भी मिले हैं जिनमें करोडो़ं के लेन देन की बात सामने आई है, इस पर भी टीम काम कर रही है। विधानसभा में इस तरह की गैंबलिंग के लिए ऐक्ट भी बना है, जल्द ही इसके माध्यम से कड़ी कार्रवाई कर आनलाईन बेटिंग कारोबार को जड़ समेत खत्म करेंगे।