🔴 राज्य सरकार से 5000 करोड़ रुपए का एमओयू साइन करना चर्चा में
🔵 दो हजार करोड़ से प्लांट एक्सटेंशन बाद कोयला व्यवसायी आए राडार में
सीजी न्यूज आनलाईन डेस्क, 9 नवंबर। छत्तीसगगढ़ में एक बार फिर आयकर विभाग ने आज अलसुबह छापा मारा है। संयुक्त रूप से छत्तीसगढ़ के रायगढ़, कोरबा और रायपुर में कोयला कारोबार से जुड़े लोगों के घर टीम की कार्रवाई जारी है। इस सरप्राईज कार्रवाई के लिए मंगलवार को ही 50 लोगों की टीम राजधानी रायपुर पहुंची और आज अलसुबह चिन्हित स्थानों पर टीम ने दबिश दे दी है।
मिली जानकारी के मुताबिक रायगढ़ में एनआर इस्पात के मालिक संजय अग्रवाल के ठिकानों पर जांच की जा रही है। शहर के गजानंद नगर में कोयला कारोबारी राकेश शर्मा के घर भी कार्रवाई जारी है। रायपुर में लॉ विस्टा सोसायटी में रामगोपाल अग्रवाल के घर टीम जांच कर रही है। रिंटू सिंह, जय अम्बे ट्रांसपोर्टर के मालिक जोगेन्दर के भाई के घर में भी टीम दस्तावेज खंगाल रही है। कारोबारी संजय अग्रवाल के घर और फैक्ट्री पर एक दर्जन से ज्यादा आईटी के अफसर दस्तावेजों की जांच में जुटे हैं। सुबह से फैक्ट्री में आईटी अधिकारियों की रेड से प्लांट में हड़कंप मचा है। घर में भी टीम दस्तावेज की जांच कर रही है। आईटी के अधिकारी सुबह 5 बजे से सीआरपीएफ के जवानों के साथ रायगढ़ पहुंची। एनआर ग्रुप के बाहर बड़ी संख्या में आईटी की गाड़ियां मौजूद है। गाड़ियों की संख्या 50 से ज्यादा बताई जा रही है। सभी अधिकारी देर रात रायपुर पहुंच चुके थे और सुबह 5 बजे अलग अलग ठिकानों पर टीम ने छापा मारा है।
गौरतलब हो कि आयकर के छापे से ठीक एक माह पहले छत्तीसगढ़ के रायगढ़ रायपुर, बिलासपुर, कोरबा और महासमुंद जिले में ईडी ने छापा मारा था । इन प्रमुख शहरों में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 10 से ज्यादा जगहों पर अलग अलग टीम बनाकर कार्रवाई की थी। जिन जगहों पर छापा मारा गया था उनमें बडे़ कारोबारी और सीए शामिल थे। अधिकारियों और कारोबारियों के घरों में दस्तावेजों को खंगाला गया। इन अधिकारियों और कारोबारियों को लेकर ईडी को करोड़ों रुपए के अवैध लेन देन की सूचना मिली थी और इसी संबंध में ईडी ने जांच की थी।
चर्चा है कि एनआर इस्पात के मालिक संजय अग्रवाल ने पिछले दिनों राज्य सरकार से 5000 करोड़ रुपए का एमओयू साइन किया था। इसके साथ ही उन्होंने पिछले 2 साल में अपने प्लांट का एक्सटेंशन दो हजार करोड़ रुपए की लागत से कराया था। इसके बाद से ही वह आईटी के रडार पर थे। ऐसा माना जा रहा है कि इन्हीं बड़े लेन-देन के इनपुट पर आईटी ने छापा मारा है।