24 साल बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने कांग्रेस में मतदान शुरू, पीसीसी चीफ मरकाम और मुख्यमंत्री भूपेश ने दिया वोट

24 साल बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने कांग्रेस में मतदान शुरू, पीसीसी चीफ मरकाम और मुख्यमंत्री भूपेश ने दिया वोट



🟠 आज छत्तीसगढ़ में तय हो रहा खड़गे-थरूर का भविष्य
सीजी न्यूज आनलाईन डेस्क, 17 अक्टूबर। कांग्रेस पार्टी का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने के लिए आज सुबह 10 बजे से मतदान शुरू हो गया है। पीसीसी चीफ मोहन मरकाम और सीएम भूपेश बघेल मतदान कर चुके हैं। छत्तीसगढ़ के 307 डेलीगेट्स के लिए पार्टी के प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में एक बूथ बनाया गया है जहां शाम 4 बजे तक मतदान जारी रहेगा। उसके बाद मतपेटी दिल्ली ले जाई जाएगी। इस चुनाव में प्रतिनिधि वोटरों को मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर में से किसी एक को चुनना है। अध्यक्ष पद के दोनों प्रत्याशियों में से कोई भी वोट मांगने रायपुर नहीं पहुंचा है हालांकि फोन पर ही नेताओं से बातचीत हुई है।


इससे पूर्व प्रदेश के निर्वाचन अधिकारी उमर हुसैन दलवई मतपेटी और मतपत्रों को ले कर कल शाम को ही रायपुर पहुंच गए हैं। मतदान सामग्री को राजीव भवन के एक कमरे में सील कर रखवाया गया और मतदान केंद्र राजीव भवन के मीटिंग हाल में बनाया गया है। प्रदेश के सभी 307 डेलीगेट्स यहां मतदान करेंगे। यह मतदान गोपनीय होगा। मतदान के दौरान प्रत्याशियों के अधिकृत प्रतिनिधि के अलावा किसी को बूथ के भीतर जाने की इजाजत नहीं है।
प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम मतदान शुरू होने से पहले ही राजीव भवन पहुंचे और मीडिया से बात करते हुए कहा कि 24 साल बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव के लिए मतदान हो रहा है, इसे लेकर प्रदेश कांग्रेस के डेलीगेट्स में जबरदस्त उत्साह है। गुप्त मतदान होना है, जिसको जो प्रत्याशी पसंद होगा उसे वोट देगा। जो चुना जाएगा वह सबका अध्यक्ष होगा।
सर्वप्रथम निर्वाचन अधिकारी उमर हुसैन दलवई ने एजेंटों को मतदान की प्रक्रिया समझाई। उनके सामने ही मतपत्रों की गिनती हुई। मतपेटी को खोलकर देखा गया और उनकी मौजूदगी में उसे बंद कर सील किया गया। उसके बाद सभी के हस्ताक्षर भी लिये गए। कांग्रेस के चुनाव प्राधिकरण ने सभी मतदाताओं की पहचान के लिए फोटोयुक्त मतदाता पहचानपत्र जारी किया है। यह करीब 10-15 दिन पहले ही सभी को पहुंचा दिया गया था। मतदाताओं को क्रास वेरिफिकेशन के लिए पोलिंग एजेंट के सामने मतदान अधिकारी को यह पहचानपत्र दिखाना होगा। मतदान अधिकारी प्रत्येक मतपत्र पर हस्ताक्षर कर मतदाता को देंगे। मतदाता को भी मतपत्र की काउंटर फाइल पर हस्ताक्षर करना होगा।
गौरतलब हो कि कांग्रेस में अध्यक्ष पद के लिए आखिरी बार वर्ष 1998 में वोटिंग हुई थी। तब सोनिया गांधी सामने जितेंद्र प्रसाद थे। सोनिया गांधी को करीब 7 हजार 448 वोट मिले लेकिन जितेंद्र प्रसाद 94 वोटों पर ही सिमट गए थे।