पुनिया का चढा़ पारा, प्रियंका निकलीं मीटिंग से, राहुल की भूपेश से चर्चा जारी, विधायक झेल रहे नाराजगी, मरकाम ने भी झाडा़ पल्ला, महापौर भी निकले दिल्ली
नई दिल्ली, 27 अगस्त। छत्तीसगढ़ में सीएम बदलने या पूर्वरत भूपेश को यथावत सत्तासीन रखने को लेकर दिल्ली में चल रही मंथन बैठक से प्रियंका गांधी कुछ देर पहले निकल गई हैं। सीएम भूपेश बघेल और राहुल गांधी की बैठक में प्रियंका गांधी भी मौजूद थीं। लगभग एक घंटे पहले प्रियंका अपने पुत्र के साथ गाड़ी में आईं और प्रियंका को राहुल गांधी के घर छोड़कर उनके पुत्र निकल गए थे। बैठक से निकलते वक्त प्रियंका अपनी गाड़ी की बजाए एक छोटी गाड़ी में बैठीं और घर निकल गईं।
उच्च सूत्रों के मुताबिक आलाकमान दोनों पक्ष को मुद्दों पर आधारित समझौता कराकर मामले का प्रटाक्षेप करने के प्रयास में लगा है। जानकारी ये भी आ रही है कि आलाकमान OBC और खासकर कुर्मी समाज नाराज करने के मूड में नहीं है और न ही OBC समाज की नराजगी दिखने के पक्ष में कांग्रेस पार्टी दिखती है। उच्च सूत्रों से जानकारी आई है कि प्रमुख मुद्दों का समाधान आज ही हो जाएगा। दूसरी ओर आलाकमान राजस्थान और पंजाब की समस्या से जूझ रहा है, अगर छत्तीसगढ़ में बड़ा फैसला लेते हैं, तो राजस्थान और पंजाब के भी मुख्यमंत्री बदलने का दबाव आएगा। जिसे आलाकमान पसंद नहीं करेगा। शाम 7ः30 बजे के बाद इस मंथन बैठक का नतीजा सामने आ सकता है लेकिन कांग्रेस के इतिहास को देखते हुए ये नहीं कहा जा सकता की ऊंट किस करवट बैठेगा…?
इधर अपने अपने नेता की लामबंदी कर आनन फानन दिल्ली पहुंचे छत्तीसगढ़ के विधायकों से प्रभारी कांग्रेस महासचिव पीएल पुनिया खासे नाराज दिखे। उन्होंने साफ कह दिया कि बिना बुलाए सबके सब दिल्ली आए कैसे..? प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने भी विधायकों के बिना पूछे दिल्ली निकलने पर हैरानी जताई है।
चौकाने वाली बात यह भी है कि अब अपने अपने नेता के समर्थन में दिल्ली पहुंचे मंत्री और विधायकों के बाद अब कांग्रेसी महापौर भी दिल्ली निकल गए हैं। वहीं साढ़े तीन घंटे से जारी बैठक के बीच कांग्रेस भवन के बाहर छत्तीसगढ़ के कई विधायक मौजूद हैं। खाद्यमंत्री अमरजीत भगत ने ट्वीट कर अपनी मंशा जताई है कि “कैप्टन बदलने की कोई जरूरत है ही नहीं।”
कांग्रेस भवन के आलावा राहुल गांधी के निवास पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की दो घंटे से चर्चा जारी है। कांग्रेस भवन से पुनिया ने विधायकों को स्पष्ट कर दिया है कि नेतृत्व परिवर्तन को लेकर वो किसी से चर्चा नहीं करेंगे और न ही ऐसी कोई बात है। उन्होंने विधायकों से कहा कि एक साथ दिल्ली आने की जरूरत ही क्या है?
वहीं रेणु जोगी की सोनिया गांधी से भी एक अहम मुलाकात आज ही होनी है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को कप्तान बनाने एक तरफ लामबंदी है तो दूसरी तरफ भूपेश को ही सीएम बनाए रखने की मंशा भी बड़ा तबका आलाकमान के समक्ष रख चुका है। गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के समर्थन में भी कई विधायक विकल्प का रास्ता आलाकमान को बता चुके हैं। फिलहाल छत्तीसगढ़ कांग्रेस में लामबंदी और कैप्टनशिप को लेकर चर्चा का बाजार गरम है। पल पल की खबर पर जनता भी टकटकी लगाए देख रही है।