🔴चीन की खुफिया एजेंसी ने जारी किया अलर्ट
चीन की खुफिया एजेंसी MSS ने पाकिस्तान में अपने नागरिकों के लिए सुरक्षा चेतावनी जारी की है. रिपोर्ट के अनुसार, CPEC प्रोजेक्ट्स और चीनी ठिकानों पर आतंकी हमलों की योजना है. यह अलर्ट तब बढ़ा है जब पाकिस्तान ने हमला किया।
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में रविवार देर रात पाकिस्तान ने एयरस्ट्राइक की है. तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान (TTP) के खिलाफ यह एयर स्ट्राइक की गई थी, जिसके बाद दोनों देशों में तनाव बढ़ गया है. चीन भी अलर्ट पर है. कथित तौर पर ये विस्फोट पूर्वी काबुल के डिस्ट्रिक्ट 8 से शुरू हुए, जो प्रमुख सरकारी सुविधाओं और आवासीय क्षेत्रों का केंद्र है. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घटना के दौरान आसमान से विमानों की आवाजें सुनाई दे रही थीं. वहीं पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों ने पक्तिका प्रांत के बरमल जिले में बमबारी की. स्थानीय न्यूज एजेंसी ने एक रिपोर्ट में बताया कि रात करीब 12 बजे बरमल जिले के मरगा बाजार पर पाकिस्तानी जेट विमानों ने हमला किया, लेकिन इसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. सूत्र के अनुसार, इस बाजार में करीब 10 दुकानें पूरी तरह तबाह हो गईं, कुछ में आग लग गई, और सभी दुकानों के शीशे भी टूट गए. हमला तब हुआ है जब तालिबानी विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी भारत यात्रा पर आए हैं.
चीन ने इसके बाद अपने नागरिकों के लिए अलर्ट जारी किया है. चीन की खुफिया एजेंसी मिनिस्ट्री ऑफ स्टेट सिक्योरिटी (MSS) ने पाकिस्तान में अपने राजनयिकों और नागरिकों के लिए सुरक्षा अलर्ट जारी किया है. इस चेतावनी में कहा गया है कि देश में चीनी नागरिकों, दूतावासों और CPEC (चाइना-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर) से जुड़े प्रोजेक्ट्स पर आतंकी हमलों की आशंका बढ़ गई है. सूत्रों के मुताबिक, अलर्ट में चीन के इस्लामाबाद और कराची स्थित दूतावासों को ‘अधिकतम सतर्कता’ बरतने और अपने अधिकारियों व कर्मचारियों की आवाजाही सीमित रखने का निर्देश दिया गया है. साथ ही ज़मीन पर मौजूद सुरक्षा उपायों को मजबूत करने को कहा गया है.
पाकिस्तान पर नहीं चीन को भरोसा
यह अलर्ट चीन की सुरक्षा एजेंसी की ओर से मिली ‘विश्वसनीय खुफिया जानकारी’ के आधार पर जारी किया गया है, जिसमें TTP जैसे आतंकी संगठनों की ओर से आत्मघाती हमलों की योजना की बात कही गई है. खासकर सैन्य ठिकानों और CPEC से जुड़े चीनी प्रोजेक्ट्स को निशाना बनाए जाने की आशंका जताई गई है. सूत्रों के अनुसार, इस चेतावनी ने पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियों में चिंता की लहर पैदा कर दी है, क्योंकि यह चीन के इस्लामाबाद पर घटते भरोसे का संकेत माना जा रहा है. पिछले कुछ वर्षों में, पाकिस्तान में काम कर रहे चीनी इंजीनियरों और श्रमिकों को कई बार आतंकी संगठनों ने निशाना बनाया है, जिनमें बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) शामिल हैं.
भारतीय खुफिया सूत्रों ने CNN-News18 को बताया कि यह नया सुरक्षा अलर्ट ‘चीन-पाकिस्तान रिश्तों में दरार’ का साफ संकेत है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘चीन अब वैसा भरोसा पाकिस्तान की सेना और एजेंसियों पर नहीं करता जैसा पहले था. यह निर्देश बीजिंग की बढ़ती नाराज़गी और पाकिस्तान की सुरक्षा कमजोरियों को लेकर उसकी निराशा दिखाता है.’
पाकिस्तान ने दी थी धमकी
अफगानिस्तान में सिलसिलेवार धमाकों के बाद से इलाके में दहशत का माहौल देखा जा रहा है. यह घटना पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ की ओर से नेशनल असेंबली में दिए गए एक तीखे बयान के कुछ ही घंटों बाद हुई. इस दौरान ख्वाजा आसिफ ने राजनयिक संयम में कमी का संकेत देते हुए कहा था, ‘बस, अब बहुत हो गया. हमारा धैर्य जवाब दे चुका है. अफगानिस्तान की धरती से आतंकवाद असहनीय है.’ नेशनल असेंबली में आसिफ ने पाकिस्तानी अधिकारियों की पिछली काबुल यात्रा को याद किया था. उस दौरान अफगान अधिकारियों ने कथित तौर पर पाकिस्तान को निशाना बनाकर की जा रही आतंकवादी गतिविधियों के खिलाफ आश्वासन देने से इनकार कर दिया था.
हालांकि, पाकिस्तान ने आधिकारिक तौर पर किसी भी हमले की पुष्टि नहीं की है, लेकिन आसिफ की टिप्पणियों के समय और उसके बाद काबुल में हुए विस्फोटों ने सैन्य कार्रवाई की आशंकाओं को और बढ़ा दिया है.