
सीजी न्यूज आनलाईन डेस्क, 16 मई। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेता विक्रम बैस की उनके घर से 500 मीटर दूर हत्या कर दी गई थी। आरोपियों ने 13 मई की रात इस वारदात को तब अंजाम दिया जब मोहल्ले में बिजली गुल थी। शूटर बाइक में सवार होकर आए और फायरिंग शुरू कर दी। हमलावरों ने उन्हें 3 गोलियां मारी, जिससे उनकी मौत हो गई। इस वारदात के बाद से पुलिस हमलावरों की तलाश में जुट गई।

आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में कांग्रेस नेता और ट्रांसपोर्ट कारोबारी विक्रम बैस की हत्या की साजिश के लिए मास्टरमाइंड समेत वारदात में शामिल हत्यारों ने बाहर से शूटर बुलाए, फिर ऐसी प्लानिंग की कि पुलिस को उन पर शक न हो। यही वजह है कि वारदात से पहले ही विक्रम बैस की हत्या के सभी आरोपियों ने शहर छोड़ दिया और केवल शूटर घटनास्थल और उसके आसपास क्षेत्र में मौजूद रहे। इसके बाद भी पुलिस ने हत्यारों की पहचान कर ली और उनकी तलाश शुरू कर दी। अब तक हुई तफ्तीश में आपसी प्रतिस्पर्धा के चलते ट्रांसपोर्ट कारोबारी कांग्रेस नेता की हत्या की बात सामने आई है। इस मामले का मास्टर माइंड अब तक पुलिस गिरफ्त से बाहर जरूर है लेकिन हत्या में शामिल 9 आरोपी पुलिस की हिरासत में हैं।
बिलासपुर एसपी रजनेश सिंह ने बताया कि मंगलवार की रात नारायणपुर एसपी ने इनपुट दिया कि बैस के हत्यारे बिलासपुर की तरफ भाग रहे हैं। इसके बाद मंगलवार रात लगभग 10:30 बजे पुलिस ने रायपुर-बिलासपुर नेशनल हाईवे समेत अन्य रास्तों पर नाकेबंदी कर दी। इस दौरान रायगढ़ जाने वाले मार्ग में पाराघाट टोल प्लाजा पर कार सवार बदमाश बैरियर तोड़कर भागने लगे। उनका पीछा करते हुए पुलिस ने कार रोकने की कोशिश की और एक युवक को खींचकर बाहर निकाला। दो आरोपियों ने पुलिसकर्मियों पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की और भाग निकले। पुलिस ने कार को जब्त कर तलाशी ली मगर कार में कुछ नहीं मिला। रात भर सर्चिंग कर दूसरे आरोपी बुधवार की सुबह पुलिस ने धरदबोचा। नाकेबंदी तोड़ कर भागे तीसरे आरोपी का अब तक पता नहीं चल सका है।
पुलिस ने वारदात में शामिल जसप्रीत सिंह जस्सी और विश्वजीत नाग को गिरफ्तार किया है। हत्या का मास्टरमाइंड मनीष राठौर फरार हो गया।
खबर मिली है कि मनीष राठौर, जसप्रीत सिंह जस्सी और विश्वजीत नाग नारायणपुर में पहले सट्टेबाजी करते थे। पुलिस उनके खिलाफ कई बार कार्रवाई भी कर चुकी थी, जिसके बाद वो ट्रांसपोर्टिंग का काम करने लगे। कांग्रेस नेता विक्रम बैस भी ट्रांसपोर्ट कारोबार में थे। उनकी व्यवसायिक प्रतिस्पर्धा चल रही थी और यही हत्या की वजह बनी। ट्रांसपोर्टर मनीष राठौर, विश्वजीत नाग और जसप्रीत सिंह जस्सी ने मिलकर विक्रम बैस को मारने के लिए बाहर से शूटर बुलाए। हत्या की प्लानिंग करने के बाद सुनियोजित तरीके से उन्होंने शहर छोड़ दिया। पुलिस ने बताया कि शूटर बुलाने और कांग्रेस नेता की पहचान कराने के बाद जिस रात वारदात को अंजाम दिया गया, उससे पहले ही साजिश में शामिल सभी आरोपी रायपुर, दुर्ग समेत दूसरे शहरों के होटल में ठहरे थे। उनका बाकायदा चेक इन और चेकआउट भी रजिस्टर में दर्ज है। यह सब आरोपियों ने अपने बचाव और सबूत जुटाने के लिए किया है।