सरोज गोपाल एजुकेशनल सोसायटी के डायरेक्टर द्वारा संस्था में निवेश कराकर ठगे 76 लाख, निवेशक के पुत्र की रिपोर्ट पर मामला दर्ज

सरोज गोपाल एजुकेशनल सोसायटी के डायरेक्टर द्वारा संस्था में निवेश कराकर ठगे 76 लाख, निवेशक के पुत्र की रिपोर्ट पर मामला दर्ज


सरोज गोपाल एजुकेशनल सोसायटी के डायरेक्टर द्वारा संस्था में निवेश कराकर ठगे 76 लाख, निवेशक के पुत्र की रिपोर्ट पर मामला दर्ज

भिलाई नगर 17 अगस्त । सरोज गोपाल एजुकेशनल सोसाइटी के डायरेक्टर द्वारा अत्यधिक लाभ का प्रलोभन देकर निवेशक से 76 लाख 59 हजार रुपए ठगी किए जाने का मामला प्रकाश में आया है सदमे में पीड़ित की मौत भी हो चुकी है उनके पुत्र की रिपोर्ट पर से आरोपी के खिलाफ भिलाई नगर पुलिस के द्वारा ठगी का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है।

रुपेश कुमार गुप्ता , सरोज गोपाल एजुकेशनल सोसायटी के तहत एक एम.बी.ए. कालेज चलाता था | जिसका कार्यालय न्यु सिविक सेंटर , भिलाई नगर मे शाप नं. 137 मे था | जहां  परविंदर सिंह गांधी एवं दोस्त जसमिंदर सिंह दिग्वा सन 2008 मे पढते थे। रुपेश कुमार गुप्ता ने हम दोनो को बातो बातो मे प्रलोभन दिया कि आजकल एजुकेशनल एक्टीविटी मे काफी पैसा है, यदि आप लोग हमारे एजुकेशनल सोसायटी के मेम्बर बन जाये एवं उसमे इनवेस्ट करे तो भविष्य मे काफी रकम कमा सकते है। हम तो स्टुडेंट है हम कैसे रकम लगा सकते है तब उन्होने कहा कि, आप अपने पिताजी को लाओ  उन्हे समझा दुंगा , परमिंदर के पिताजी सुरेन्द्र सिंह को एवं  मित्र जसमिम्दर ने अपने पिता बरयाम सिंह दिग्वा को रुपेश कुमार गुप्ता से मिलवाये।  रुपेश कुमार गुप्ता ने उन्हे भी लम्बी रकम कमाने का प्रलोभन दिया । जिसके उपरांत सन 2009 मे सुरेन्द्र सिंह ने रुपये 2,50,000 (ढाई लाख रुपये ) एवं जसमिंदर के पापा बरयाम सिंह तीन लाख 80 हजार रुपये रुपेश कुमार गुप्ता को बैंक के माध्यम से उसके एकाउंट मे जमा किये। दोनों निवेशक सरोज गोपाल एजुकेशनल सोसायटी मे मेम्बर बन गये | उसके बाद रुपेश कुमार गुप्ता ने सुरेन्दर सिंह को फिर प्रलोभन दिया कि, आप अपने स्मृति नगर वाले मकान को बतोर गारेंटी मुझे दे दो। उस पर ऋण लेकर मकान की कीमत रुपये 37 लाख रुपये का 4 प्रतिशत किराया दूंगा। जिस पर परमिंदर के पिता तैयार हो गये एवं रुपेश कुमार गुप्ता ने  06 माह मे मकान मुक्त कर देने का आश्वासन भी दिया था। आरोपी रूपेश कुमार ने सुरेंद्र सिंह के मकान को बतोर गारेंटी उपयोग करने के बाद उस पर 1 करोड़ 90 लाख रुपये ऋण ले लिया एवं किश्त की रकम नही लौटाया | जिससे हमारा मकान 06 माह बाद ऋण मुक्त कराकर हमे नही लौटा पाया | सुरेंद्र सिंह बार बार मकान वापस मांगने एवं मकान के कागजात वापस लौटाने का दबाव देने पर रुपेश कुमार गुप्ता ने 2010 एवं 2011 मे एक एक स्टाम्प पर रसीद लिखकर दिया | इसी बीच हमारी सोसायटी के मेम्बर सुमित यादव की रिपोर्ट पर रुपेश कुमार गुप्ता गिरफ्तार होकर जेल चला गया | जिसके कारण सुरेंद्र सिंह चिंतित रहने लगे और तबीयत खराब होने पर उन्हें  हार्ट अटैक आ गया । जिसका इलाज अपोलो अस्पताल , भिलाई मे हुआ | रुपेश कुमार गुप्ता फिर से सुरेंद्र सिंह को झांसे में लेकर न्यु सिविक सेंटर मे एक शाप नं. 128 देखी है वह बिक रही है उसमे पैसे लगाईये । फिर उस शाप को विक्रय कर देंगे और आपके लगाये गये रुपये के अनुपात मे आपको अच्छी रकम कमाई हो जायेगी। सुरेंद्र सिंह ने 18 लाख रुपये रुपेश गुप्ता को दिये एवं उसने अपने पास से 40 लाख रुपये लगाकर कुल रुपये 58 लाख पर मे शाप नं 128 को क्रय कर लिया | एवं बाद मे शाप को 1 करोड़ 20 लाख रुपये  मे अन्य किसी को बिक्री कर दिया | एवं वादे के मुताबिक सुरेंद्र सिंह को अनुपातिक रुपये न लौटा कर मात्र 18 लाख रुपये मूल रकम वापस लौटाया एवं 22 लाख रुपये हड़प लिये | जबकि कायदे से मेरे पिता को 40 लाख रुपये लौटाना था एवं  मकान के कागजात बैंक ऋण कराकर सन 2018 मे वापस लौटाया | एवं मकान के किराये पेटे. कोई रकम मेरे पिताजी को नही दी | इसी प्रकार रुपेश कुमार गुप्ता ने मकान के किराये पेटे. रु. 48 लाख 29 हजार रुपये नही लौटाये एवं हड़प लिये इसी प्रकार रुपेश कुमार गुप्ता ने अधिक धन मिलेगा एैसा प्रलोभन देकर  पिता सुरेंद्र सिंह एवं मे मित्र जसमिंदर के पिता से कुल 76 लाख 59 हजार रुपए ठग कर अमानत मे खयानत कर लिया है | जिसके कारण परविंदर के पिता सुरेंद्र सिंह की मौत भी हो गई अब हमारे पैसे वापस मांगने पर गाली गलोच कर भगा देता है |  28 दिसंबर 2020 को प्रार्थी परविंदर सिंह गांधी पिता स्वर्गीय सुरेंद्र सिंह के द्वारा पुलिस महानिरीक्षक को शिकायत की गई थी इस शिकायत की जांच पर से आरोपी मुकेश कुमार गुप्ता के खिलाफ धारा  420 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है।