सीजी न्यूज ऑनलाइन डेस्क 14 जनवरी । केरल पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने एक दलित लड़की के यौन शोषण के सनसनीखेज मामले की जांच करते हुए अब तक 44 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
केरल पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने एक दलित लड़की के यौन शोषण के सनसनीखेज मामले की जांच करते हुए अब तक 44 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. पांच साल में पीड़िता का 62 लोगों ने यौन शोषण किया था. जांच की निगरानी कर रही डीआईजी एस अजीता बेगम ने कहा कि लड़की के कथित यौन उत्पीड़न के सिलसिले में 30 एफआईआर दर्ज की गई हैं और मामलों में 59 आरोपियों में से 44 को गिरफ्तार किया गया है.
अधिकारी ने टीवी चैनलों से कहा, ‘दो आरोपी फरार हैं. वे फिलहाल विदेश में हैं. हम उनके लिए लुकआउट सर्कुलर जारी करने पर विचार कर रहे हैं. हम इंटरपोल के जरिए उनके लिए रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की भी योजना बना रहे हैं.’ उन्होंने कहा कि उनके अलावा 13 और लोगों को गिरफ्तार किया जाना है.
अधिकारी ने कहा, ‘हम उनके ठिकानों की तलाश कर रहे हैं. उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा. एसआईटी द्वारा पूरी तरह वैज्ञानिक जांच की जाएगी. हम किसी भी आरोपी को नहीं छोड़ेंगे. कोई समझौता नहीं होगा. हम उन सभी को कानून के सामने लाएंगे.’
बस स्टैंड पर मुलाकात फिर अलग-अलग जगह ले गए
अब तक की जांच में पता चला है कि कई आरोपियों ने लड़की से पथानामथिट्टा के एक प्राइवेट बस स्टैंड पर मुलाकात की थी. पुलिस ने कहा कि इसके बाद उसे वाहनों में विभिन्न स्थानों पर ले जाया गया और उसके साथ दुर्व्यवहार किया गया. जांच में यह भी पाया गया कि पिछले साल जब लड़की बारहवीं कक्षा में पढ़ रही थी, तो उसे इंस्टाग्राम के माध्यम से जानने वाला एक युवक रन्नी के एक रबर बागान में ले गया, जहां उसने तीन अन्य लोगों के साथ मिलकर उसके साथ रेप किया.
13 साल की उम्र से 62 लोगों ने यौन शोषण किया
पुलिस ने बताया कि जांच में पता चला है कि कम से कम पांच मौकों पर उसके साथ सामूहिक यौन शोषण किया गया, जिसमें कार के अंदर की घटनाएं और जनवरी 2024 में पथानामथिट्टा जनरल अस्पताल में हुई घटनाएं शामिल हैं. अब 18 साल की लड़की ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि 13 साल की उम्र से 62 लोगों ने उसका यौन शोषण किया है.
यह मामला बाल कल्याण समिति द्वारा आयोजित काउंसलिंग के दौरान सामने आया, जब एक शैक्षणिक संस्थान में पीड़िता के शिक्षकों ने समिति को उसके व्यवहार में हुए बदलावों के बारे में बताया. इसके बाद समिति ने पुलिस को सूचित किया और जांच जारी है.