13 महिलाएं और 9 मर्द… कमरे से आती थी अजीब आवाज

13 महिलाएं और 9 मर्द… कमरे से आती थी अजीब आवाज


🔴दरवाजा तोड़कर घुसी पुलिस, मच गया हड़कंप

सीजी न्यूज ऑनलाइन 15 सितंबर। एक बार तो पुलिस को भी भरोसा नहीं हुआ कि होटल में क्या चल रहा है. होटल के अंदर लोगों का आना जाना नॉर्मल था. मगर, आसपास के लोगों को किसी गड़बड़ी की शक हुई है, जिसके बाद पुलिस के पास गुहार लगाते हुए पहुंच गए. पुलिस जैसे ही चौथे मंजिल के एक कमरे का दरवाजा तोड़कर अंदर पहुंची तो उसके होश उड़ गए.

गुजरात के सूरत जिले में मानव तस्करी गैंग का भंडाफोड़ हुआ है. राज्य की मानव तस्करी निरोधक इकाई (एएचटीयू) ने शनिवार देर रात जहांगीरपुरा स्थित एक होटल में छापा मारकर एक हाई-प्रोफाइल वेश्यावृत्ति रैकेट का भंडाफोड़ किया. ये धंधा एक कमर्शियल कॉम्प्लेक्स में फल-फूल रहा था. पुलिस को लोगों ने गुप्त खबर दी कि 13 विदेशी महिलाओं को कैद करके रखा गया है. उनसे जिस्मफरोशी के काम में धकेला गया था. पुलिस ने बताया कि 5 ग्राहकों समेत 9 लोगों को गिरफ्तार किया. इन महिलाओं के पास ना तो कोई वैलिड पासपोर्ट था और ना ही कोई और डॉक्यूमेंट. पुलिस इस मामले की गहनता से जांच करने में जुट गई है.
एसपी एएन. गबानी इस रैकेट के बारे में पूरी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि रैकेट के बारे में एक गुप्त सूचना के बाद छापेमारी की गई. उन्होंने पुलिस बलों का नेतृत्व किया. उन्होंने बताया कि जब टीम चौथी मंजिल पर पहुंची, तो उन्होंने होटल का दरवाजा अंदर से बंद पाया. पुलिस दरवाजा तोड़कर अंदर घुसी और आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ लिया. इसमें 13 थाई महिलाओं के साथ-साथ पांच ग्राहकों और चार होटल कर्मचारियों सहित नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया.

कौन-कौन गिरफ्तार

गिरफ्तार किए गए लोगों में होटल मैनेजर रूपेश मिश्रा उर्फ ​​मैक्सी और बिपिन बाबरिया उर्फ ​​बंटी, संजय हिंगड़े और राहुल सोलंकी (हाउसकीपिंग स्टाफ) और पांच ग्राहक शामिल हैं. जांच से पता चला कि इस रैकेट का मास्टरमाइंड वांन्टेड आरोपी विजय कस्तूरे था, जिसे छह महीने पहले इसी होटल से गिरफ्तार किया गया था. वह जमानत पर बाहर था. कैद से बाहर बाहर आते ही उसने फिर से काम शुरू कर दिया था.

सबको अलग-अलग जिम्मेदारी

कस्तूरे कथित तौर पर थाई महिलाओं की तस्वीरें ग्राहकों को भेजता था. मिश्रा और बाबरिया उसकी मंज़ूरी के बाद ही ग्राहकों को अंदर आने देते थे. योगेश तालेकर के बैंक खाते से जुड़ा एक क्यूआर कोड बरामद किया गया. इसका इस्तेमाल ग्राहक डिजिटल भुगतान के लिए करते थे. पुलिस ने एक अन्य मैनेजर गणपत यादव और ड्राइवर अशोक मामा की भी पहचान की है. वह कथित तौर पर महिलाओं को होटल से लाते-ले जाते थे. हालांकि, उन्हें अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है.

कमरे में क्या-क्या था

पुलिस ने सभी को रंगे हाथों मौके से पकड़ा. कमरे के अंदर से आठ मोबाइल फोन, नकदी, कंडोम और अन्य आपत्तिजनक चीजें जब्त हुई हैं. सभी आरोपियों पर अनैतिक व्यापार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है, और अब जहाँगीरपुरा पुलिस जाँच कर रही है

होटल में कैद

पुलिस का ने बताया कि सभी 13 महिलाएं थाईलैंड की नागरिक हैं. उनके पास ना तो कोई वैलिड पासपोर्ट था और ना ही कोई कागज. ये होटल में कैद रहती थीं और इस रैकेट के लोग इनको कस्टमर्स के पास गाड़ियों में भेजते थे. पुलिस ने बताया कि रेस्क्यू की गईं सभी तेरह महिलाओं की कागजों का जांच किया जाएगा, पासपोर्ट ना होने पर थाई एंबेसी से संपर्क किया जाएगा.

थाई नागरिकों के पास पासपोर्ट नहीं

पूछताछ के दौरान, थाई महिलाएं पासपोर्ट नहीं दिखा पाईं. इसके बजाय अपने फोन में डिजिटल डॉक्यूमेंट्स दिखाईं. उनका दावा था कि ओरिजिनल कागज “घर पर” हैं. पुलिस को संदेह है कि उनमें से ज़्यादातर पर्यटक वीजा पर भारत आई थीं. पुलिस ने कहा कि अगर नियमों का उल्लंघन पाया जाता है, तो वे थाई दूतावास को जानकारी देने से पहले उनके डॉक्यूमेंट्स की जांच करेंगे.