*"मेरे बेटे-बहू को मरते दम तक जेल हो"* लिख कर बुजुर्ग ने कर ली खुदकुशी*

*"मेरे बेटे-बहू को मरते दम तक जेल हो"* लिख कर बुजुर्ग ने कर ली खुदकुशी*


“मेरे बेटे-बहू को मरते दम तक जेल हो”* लिख कर बुजुर्ग ने कर ली खुदकुशी

कोरबा, 13 दिसंबर। जिले में एक बुजुर्ग ने फांसी के फंदे पर लटककर आत्महत्या कर ली। वो अपने बेटे, बहू और उसने मायके वालों से बेहद परेशान था। जिसकी वजह से यह आत्मघाती कदम उठाया है। इस बात का पता मृतक के सुसाइड नोट से चला है। जिसमें उसने अपने ही बेटे और बहू पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। 

पुलिस के बताया कि रामपुर सिंचाई काॅलोनी में गिरधारी राजपूत अपने परिवार के साथ रहते थे। गिरधारी सिंचाई विभाग में काम करते थे। कुछ साल पहले बेटे मनोज राजपूत की शादी बरमपुर में रहने वाली ज्योति के साथ हुई थी। शादी के बाद से ही बहू बेटे के साथ गिरधारी का विवाद शुरू हो गया। ज्योति हमेशा अपने पति को लेकर दूसरी जगह रहना चाहती थी मगर मनोज राजपूत जाने को तैयार नहीं था। मनोज भी कोई काम नहीं करता था बल्कि शराब पीकर घर पर ही रहता था। हमेशा अपने पिता से शराब पीकर पैसे मांगता था। उसकी पत्नी आए दिन घर में झगड़ा करता थी लेकिन बात तब और बढ़ गई, जब कुछ समय पहले बहू ने पूरे परिवारवालों के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का केस दर्ज करा दिया जिसकी वजह से गिरधारी राजपूत और उसके परिवार के अन्य लोगों को जेल में जाना पड़ा। यह मामला अभी भी कोर्ट में चल रहा है।

गिरधारी ने सुसाइड नोट में लिखा है कि मेरी मौत के लिए मेरा बेटा, बहू और उसके मायके वाले जिम्मेदार हैं। ज्योति के मायके के लोग भी मुझे परेशान करते थे। मेरी बहू आए दिन घर में विवाद करती थी। जिसके कारण मैं दुःखी हूं। मेरी बहू ने हमें कोर्ट तक भी घसीट दिया। मेरे परिवार में आज तक कोई कोर्ट नहीं गया था लेकिन ज्योति ने हमारी इज्जत को उछाल दिया इसलिए मुझे अब नहीं जीना है। मेरी मौत के लिए जिम्मेदार लोगों को आजीवन कारारवास में रहने की सजा मिले। मैं सभी धर्मों की कसम खाता हूं कि मेरे तरफ से किसी प्रकार से कुछ गलत नहीं किया गया। इसके बावजूद मुझे प्रताड़ित किया गया। कुछ समय पहले बहू ज्योति ने उस पर गलत नजर रखने का आरोप लगाया था। इस कारण से भी गिरधारी परेशान था। रामपुर चौकी पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शव को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है।