भिलाई नगर 2 सितंबर । छत्तीसगढ़ मीटर रीडर श्रमिक महासंघ की बैठक 31 अगस्त को रायपुर कलेक्ट्रेट गार्डन में संपन्न हुई । इस बैठक में 13 जिले के मीटर रीडर एकत्रित हुए । प्रदेश के सभी मीटर रीडर को कलेक्टर दर पर भुगतान किए जाने, मीटर रीडर का नियमितीकरण किए जाने तथा मीटर रीडिंग की दर को 10 से 11 रुपए किए जाने के प्रस्ताव सरकार के समक्ष रखे जाने का प्रस्ताव बैठक में पारित किया गया। महासंघ के कार्यकारी अध्यक्ष के पद पर देव लाल पाटले को निर्विरोध चुना गया।
संगठन को मजबूत बनाने एवं अपनी समस्याओं को लेकर रायपुर कलेक्टर गार्डन में 31 अगस्त को प्रदेश स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। इस प्रदेश स्तरीय बैठक में 13 जिले के हजारों की संख्या में मीटर रीडर उपस्थित हुए सभी ने एक स्वर से अपनी समस्याओं को रखते हुए कहा कि जहां पर 10 वर्ष से 18 वर्ष से लगातार बिजली विभाग में ठेका श्रमिक के तौर पर काम करते आ रहे हैं। बिजली विभाग की ओर से इन मीटर रीडर को केवल प्रत्येक मीटर रीडिंग के एवज में 3 रूपये से 5 भुगतान किया जाता है । इस मंहगाई के दौर इतनी कम दर्पण परिवार चला पाना मुश्किल है। आज तक विद्युत विभाग ने और ना ही सरकार ने आर्थिक रूप से बदहाली का जीवन जी रहे मीटर रीडरो की सुध तक नहीं ली। वहीं महंगाई आसमान छू रही है। युवा अवस्था में मीटर रीडिंग का कार्य करते हुए अब मीटर रीडर की उम्र 2 दशक के बाद उम्र भी 40 से 50 वर्ष होने जा रही है। ऐसे में अपने हक को प्राप्त करने के लिए हजारों की संख्या मैं अपने नियमिती करण एवं पूरे माह काम करने हेतु बैठक का आयोजन किया गया है। जिसमें करीब 13 जिले के मीटर रीडरों ने अपनी मांग हेतु राजधानी रायपुर में पहुंच चुके हैं। जहां अपनी अपनी समस्याए बेठक के दौरान रखी है जिसमें रायपुर , बस्तर, कांकेर, कोरिया,बलोद दुर्ग , सूरज पुर , जांजगीर, जशपुर, कबीरधाम, बलराम पुर करीब 13 जिले से हजारों की संख्या में मीटर रीडर मौजूद रहे। वहीं विभाग ने 4800 मीटर रीडरों को संविदा में रखा गया है । परन्तु आज तक मीटर रीडरों को संविदा आदेश नहीं मिला। वहीं अब वर्तमान सरकार मीटर रीडरों को राजीव गांधी मितान क्लब के तहत रखने वाली है। आखिर सरकार की मंशा क्या है वह निक स्पष्ट नहीं हो पा रही है । वर्तमान कांग्रेस सरकार के द्वारा चुनावी घोषणा पत्र में प्रदेश के सभी मित्र रीडरों से नियमितीकरण किए जाने का वादा किया गया था। हमारी सरकार आने के 10 दिन के अन्दर नियमित करेंगे। परंतु 3:30 साल गुजर चुके हैं नियमितीकरण करना तो दूर सरकार के द्वारा दर भी नहीं बढ़ाई गई है । बल्कि विद्युत विभाग कम्पनी बना कर मीटर रीडरो के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। जहां पर हजारों मीटर रीडरों की उम्र भी 40 से 50 वर्ष हो गई है ऐसे में बहुत से मीटर रीडरों को हटाया जा रहा है जो न्याय संघट नहीं है। इस बैठक के दौरान कार्यकारी अध्यक्ष देव लाल पाटले को बनाया है।
कार्यकारी अध्यक्ष देवलाल पाटले ने बताया कि प्रदेश में मीटर रीडर के साथ अन्याय हो रहा है 10 वर्ष पूर्व एक रीडिंग के लिए जहां शासन के द्वारा 5 से 6 रुपए का भुगतान किया जाता था। वर्तमान में इस दर को घटाकर अब एक रीडिंग के लिए 3 से 5 रुपए कर दिया गया है जिसमें मीटर रीडर स्वयं का मोबाइल एवं स्वयं की मशीन का ही इस्तेमाल करते हैं जहां मीटर रीडिंग के लिए 10 वर्ष के पश्चात कम से कम 10 से 11 रुपए भुगतान किया जाना था उसे घटाकर 50 फ़ीसदी कर दिया गया है। अपनी तीन सूत्रीय मांग को लेकर के संगठन शीघ्र ही आंदोलन करेगा।