भिलाई नगर, 5 मई। दुर्ग जिला न्यायालय अधिवक्ता संघ के बैनर तले बड़ी संख्या में वकीलों ने दुर्ग में चक्काजाम कर दिया। उनकी मांग थी कि पक्षकार आए दिन वकीलों पर हमला कर रहे हैं और पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। उन्होंने जल्द एफआईआर दर्ज न करने पर नाराजगी जताई और पुलिस प्रशासन के खिलाफ सड़क पर ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।आपको बता दें कि दुर्ग जिला न्यायालय के सामने पटेल चौक के पास शनिवार शाम को बड़ी संख्या में वकील एकजुट हुए और चक्का जाम कर दिया।सूचना मिलते ही पुलिस बल वहां पहुंचा और वकीलों को समझाने का प्रयास करने लगे। इस दौरान वकीलों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आनन फानन में मौके पर एएसपी अभिषेक झा पहुंचे और उन्होंने अधिवक्ता संघ की अध्यक्ष से चर्चा कर एफआईआर दर्ज करने का आश्वासन दिया तब धरना प्रदर्शन समाप्त हुआ।दुर्ग अधिवक्ता संघ की अध्यक्ष नीता जैन ने बताया कि एक महिला पक्षकार ने वकील को चप्पल से मारा। हमने मामले को शांत करने की कोशिश की लेकिन महिला उल्टा वकील पर एफआईआर दर्ज कराने के लिए थाने पहुंच गई। वहां महिला ने झूठा आरोप लगाया कि वकील ने पहले उसके ऊपर हमला किया और जबरदस्ती उसके मामले में समझौता करने का पुलिस ने दबाव बनाया है।
अधिवक्ता संघ ने महिला का मामला होने के चलते यह भी कहा कि दोनों पक्षों में बात करके मामले को निपटा सकते हैं लेकिन महिला मानने को तैयार नहीं थी। उसने पहले वकील को मारा फिर एफआईआर दर्ज कराने पहुंच गई, इसीलिए सभी अधिवक्ता एक हुए और पुलिस से मांग की कि महिला के ऊपर मामला दर्ज किया जाए। इसके बाद भी पुलिस का सहयोग इसमें नहीं मिल रहा था। पुलिस जांच के बाद मामला दर्ज करने की बात कह रही थी जिसको लेकर अधिवक्ताओं को पुलिस प्रशासन के खिलाफ धरना प्रदर्शन करना पड़ा। अधिवक्ताओं ने कहा कि उन पर न्यायालय परिसर या बाहर आए दिन हमले होते हैं। ऐसे में उनकी सुरक्षा के लिए एक प्रोटेक्शन एक्ट लाना चाहिए, वो इस मांग को पूरी ताकत के साथ रखेंगे। इसे लाने के लिए जरूरत पड़ी तो सड़क पर उतर कर धरना प्रदर्शन भी करेंगे।सीएसपी चिराग जैन ने बताया कि महिला और एक पुरुष ने कोतवाली थाने में आकर वकील के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। उन्होंने आरोप लगाया कि वकील किसी मामले को खत्म करने के लिए उनके ऊपर अनावश्यक दबाव बना रहा था, मामले की जांच की जा रही है।